Hindi ke aarambhik upanyason ka aalochnatmak adhyayan

Abstract
हिंदीकेआरंभिकउपन्यासोंकाआलोचनात्मकअध्ययन' शीर्षकइसशोधमेंउनबिंदुओंकोरेखांकितकियागयाहैजिससेमनुष्य, समाजऔरराष्ट्रनिर्मितहोताहै।इनबिंदुओंकोतथ्यात्मकरूपदेनेकेलिएऔपन्यासिकटिप्पणी,दार्शनिक,समाजशास्त्रीयएवंआलोचकोंकेमतोंकोरखागयाहै। उपन्यासएकविधागतरूपहै।इसविधागतरूपमेंएकव्यक्तिकेस्थानपरएकनिर्मितहोतामनुष्यहै।यहमनुष्यहमारेप्राचीनआख्यानोंकेआदर्शरहेहैं।शोधमेंइसेचिन्हितकियागयाहैकिभलेहीविधागतनवीनताहोपरआदर्शखोनेनपाएहैं।इसशोधकीयहखासियतरहीहैकिइसआदर्शस्वरूपमनुष्यकोपूरेभारतीयऔपन्यासिकपरिप्रेक्ष्यमेंसमझागयाहै। औपन्यासिकआदर्शरूपकेसाथ-साथसृजनात्मकतौरपरस्वतंत्रताकोचिन्हितकियागयाहै।एकऔरहमारीभारतीयपरंपराकेरूपमेंकादंबरी, 'हर्षचरितदशकुमारचरित', 'बृहत्कथा', 'कथासरित्सागर, 'वासवदत्ता' थीतोदूसरीओरअंग्रेजीकेयथार्थवादीऔपन्यासिकपरंपराएंथीं।हिंदीकेआरंभिकउपन्यासलेखकोंनेइनसेकुछग्रहणकियाऔरकुछनएप्रयोगकिए।वहींकुछऐसेउपन्यासलेखकहुएजिन्होंनेठेठभारतीयढंगपरनएयथार्थगढ़े।इसविधागतनएप्रयोगकोआरंभिकउपन्यासोंसेशुरूकरवर्तमानसमयकेनएप्रयोगोंकेसाथजोड़करदेखागयाहै। भाषाएवंशिल्पकोउसकेजातीयस्वरूपसेजोड़नेवालेबिंदुओंकोभीरेखांकितकियागयाहै।उपन्यासपहलीबारभाषाएवंशिल्पकेमाध्यमसेराष्ट्रकोगढ़रहाथा।इसराष्ट्रीयअभिव्यंजनाकीएकताकीबातकीजाएतोयहांउर्दू, अवधी, ब्रज, भोजपुरी, संस्कृत, पंजाबीकोअभिव्यंजनामिलीहै।उपन्यासकेजरिएलेखकएकसांस्कृतिकविरासतगढ़रहेथेइसीलिएअंग्रेजीकोभीशामिलकियागयाहै।
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Keywords
Arts and Humanities, Literature
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